Tuesday, August 29, 2017

प्रयास कुछ बेहतर के लिए..... सबको खुश रहने का हक़ है,अपने दिल की कहने का हक़ है... बस इसी सोच को बढावा देने का ये प्रयास है.

#अधूरा
ये जो अधूरा अहसास है समझा ही नहीं पाता ख़ुद को के तू दूर है या पास है ??,
कहने को सब है यहाँ पर
औरो को क्या पता के तेरे साथ जिया करते थे अब तो जिंदा लाश है।


दिल मे एक मर्ज़ है जो लाइलाज़ है
सब कुछ नीरस है बस एक उमीद का साथ है,
वो अलविदा था बेवफाई आज भी वो अधूरी बात है।

ज्यादा कुछ नहीं मिला तुझपर जिंदगी ख़र्च करके
एक यादों की तिज़ोरी है जो संजो कर रखी है,
रोज़ तकिये पर दिल के तराज़ू में तोलता हु तो
 आज भी तेरे लिए उन यादों की कीमत दो- कौड़ी की लगती है।


आओगे कभी तो दिखयंगे के सांसे
अभी भी चल रही है बस वज़ह बदल गई है,
पहले तेरी सांसो में घुल जाती थीं आजकल तन्हा भटक रही है।
 #mani

No comments:

मामला मलाल का...

हम इंसान हमेशा और अच्छे या ज्यादा की ख़ोज में अपने ही ख्यालों को उम्मीदों की खाद देते रहते है। पर देखा जाए है तो ये एक चक्र ही मैं अपने अनुभ...