कहीं पढ़ा था भगवान सब जगह नहीं हो सकते इसलिए उन्होंने मां बनाई, फ़िर लोगों ने उसी मां के नाम पर गाली बना दी। मां सबके पास होती है, पर सब मां के पास नहीं होते। मां को प्यार करने के लिए एक दिन कैसे चुन सकते हो ?? जिसने तुम्हें लाने के लिए ख़ुद 9 महीने अपने अंदर रखा था। मां को अगर बचपन से अभी तक ध्यान से समझो तो उनसे बड़ा मल्टीटास्किंग करने वाला नहीं मिलेगा, तुम लोग क्या ही ओवरटाइम करते होगें मैने मां को देर रात अपने इंतज़ार में जागते देखा है। मां को मैनेजमेंट का परफेक्ट उदहारण घोषित कर देना चाइए एक तंखा में पूरे महीने के खर्चे निकालना और उसी बीच कोई तीज त्यौहार आए तो उसके लिए भी बचा कर रख लेना। किसी भी इमोशन को मां ने कभी नहीं दबाया जब गुस्सा आया तो भी पूरा निकाला, उसके बाद चोट देखकर पछतवाए के आंसू भी आए और डॉक्टर के पास लेकर जब चोट पर दवा लगी देख तब ख़ुद को दर्द महसूस करके आंख बंद भी करती है।
मैंने कभी मां को नहीं बोला या बताया के मैं उनसे बहुत प्यार करता हूं क्योंकी वो शब्द नहीं मिले जिनसे वो इमोशन बता सके। मां किसी की भी हो उसने हमेशा बच्चों को हर वो चीज़ देनी चाही जो वो कर सकती थी। अच्छी परवरिश, पापा की मार से बचाव, स्कूल के टिफिन भरने के लिए आंखो की नींद खाली की, तुम्हारी बचपन की मालिश से लेकर तुम्हें कामयाब होते देखने कि ख्वाइश तक। तुम उनके अंदर से 9 महीने के बाद तो निकल गए पर तुम्हारी चिंता उनके अंदर से आजतक नहीं निकली, मां और बाप दोनों बहुत ज़रूरी है जीवन में।
आपने बच्चों को मां बाप छोड़ते देखा होगा पर किसी मां बाप को अपने बच्चें छोड़ते देखा है ??
:–मनीष पुंडीर
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